पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को वितरित किए प्रशस्ती पत्र एवं किट

संजय वर्मा


शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से महिलाएं हुई सशक्त व युवतियांें को मिला हुनर
आष्टा। प्रधानमंत्री पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत सेमनरी रोड़ स्थित प्रशिक्षण संस्थान में सिलाई का प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले प्रशिक्षिणार्थियों को कीट एवं प्रशस्ती पत्र नपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर मेवाड़ा, रायसिंह मेवाड़ा, वार्ड पार्षद रवि शर्मा की मौजूदगी में वितरित किए गए। प्रशिक्षण संचालक भगवानसिंह परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत विगत 5 माह से प्रशिक्षण का कार्य निरंतर जारी था, प्रशिक्षण पूर्ण होने पर आज लगभग 50 से अधिक विद्यार्थियों को कीट एवं प्रशस्ती पत्र वितरित किए जा रहे है।


कार्यक्रम के प्रारंभ में संचालक भगवानसिंह परमार एवं सुष्मा परमार द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नपाध्यक्ष हेमकुंवर मेवाड़ा, रायसिंह मेवाड़ा, पार्षद रवि शर्मा का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया, तत्पश्चात्् वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना या विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत आने वाले कारीगरों, शिल्पकारों आदि को पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड प्रदान किया जाते है। पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए भारत का नागरिक होना जरूरी है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक और 50 साल से कम होनी चाहिए।
योजना के लाभार्थी हुए आत्मनिर्भर – नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार सहित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार युवक-युवतियों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है, जिसके तहत युवक-युवतियां अपने कौशल को निखारकर आत्मनिर्भर बन रहे है। आज नौकरी का अभाव होने के कारण सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवकों को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही हैं। इसी का परिणाम है कि आज इतनी बड़ी संख्या में आप लोगों ने सिलाई का कार्य सीखकर अपने आपको मजबूत किया है। पीएम विश्वकर्मा योजना का ही परिणाम है कि आज आप सभी के पास आगे बढ़ने का हुनर है।
मातृशक्तियां हुई सशक्त – प्रायः देखने में आता था कि महिलाएं पुरूषों पर ही निर्भर हुआ करती थी, किंतु आज के युग में महिलाएं भी पुरूष के साथ कदम से कदम बढ़ाकर काम कर रही है। पीएम विश्वकर्मा योजना, लाड़ली बहना योजना सहित अन्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्राप्त कर आज मातृशक्तियां सशक्त हुई है। किसी भी देश का विकास महिलाओं के बिना अधूरा है। हर देश के विकाशील होने में महिलाओं का योगदान एवं उनका सशक्त होना आवश्यक है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रशिक्षणार्थीगण मौजूद थे।

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